एम्बुलेंस में बैठे कथित डॉक्टर से पत्रकार द्वारा पूंछताछ करना पड़ा भारी..
जोधपुर पत्रकार जगत में आक्रोश…पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शहर जोधपुर का है। बुधवार की रात करीब 10 बजे 16 सेक्टर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड इलाके के छोटा गणेश मंदिर के पास एक पानी पतासे की दुकान पर दैनिक विस्वास के संपादक सुमन विश्वास पानी पतासा खा रहे थे। तभी वहां एक एंबुलेंस आकर रुकी। एंबुलेंस में से दो आदमी बाहर आते हैं। उसमें से एक आदमी अपने आप को डॉक्टर बता रहा था। उस संदिग्ध एंबुलेंस के ऊपर ना किसी संस्था का और ना किसी ही हॉस्पिटल का नाम था। संयोगवश डॉक्टर बताने वाले से पत्रकार सुमन विश्वास ने जब पूछा आप सरकारी डॉक्टर हैं! या आप प्राइवेट डॉक्टर हैं! आप कहां पर प्रक्टिस कर पेशेंट को देखते हैं! तो कथित डॉक्टर दारू के नशे में था! भड़क गया। एंबुलेंस पर लिखे फोन नंबर पर संपादक जब फोन लगाने लगा तो अपने आपको डॉक्टर बताने वाला डॉक्टर फोन छीन कर भागने लगा। वहां मौजूद कुछ असामाजिक तत्वों ने सुमन विश्वास को बोला हम उसको पकड़ने चलते हैं। तो उसके कहने पर पत्रकार डॉक्टर के पीछे उसको पकड़ने गया । तब वहां पर डॉक्टर को पकड़ा। पकड़ने पर उसने 12 -13 लोगों को फोन कर मौके पर बुलाया। और संपादक के साथ जमकर मारपीट की। जिससे उसके दायाँ कंधे, हाथ व दाईं आंख पर चोटें आई हैं। पत्रकार पर हुए हमले से जोधपुर के स्थानीय पत्रकार संगठनों में रोष है। पत्रकारों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है कि पत्रकारों के लिए सुरक्षा कानून लाया जाए।
चौपासनी थाना एसएचओ लिखमाराम की सजगता से 2 आरोपी हुए गिरफ्तार…
पत्रकार पर हुए हमले को एसएचओ ने लिया गम्भीरता से :-
चौपासनी थाना के थानाधिकारी तक यह बात सुबह 10 बजे पत्रकारों द्वारा पहुंची। तो वह तुरंत मौके पर पहुँचे। और उन्होंने तुरंत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर एक पुलिस टीम गठित कर हमला वाले स्थान के CCTV फ़ुटेज खंगालने शुरू कर दिए। और 2 अपराधियों को गिरफ्तार कर चौपासनी थाना लाया गया है। वही अन्य आरोपी फरार हो गए। जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।